05 January 2017

कुंडली से जाने: शेयर निवेश : किस क्षेत्र में निवेश करना चाहिए :किस समय शेयर खरीदें या बेचें? :


कुंडली से जाने: शेयर निवेश : किस क्षेत्र में निवेश करना चाहिए :किस समय शेयर खरीदें या बेचें? : 


 राशि अनुसार निवेश से लाभ
 कुंडली के अनुसार जानिए आपको किस क्षेत्र में निवेश करना चाहिए और किस क्षेत्र निवेश नहीं करना चाहिए। निवेश यदि राशि या लग्न  और योगकारक ग्रह के अनुसार  किया जाये तो नुकसान की संभावनाएं काफी कम हो जाती हैं।
मेष राशि: लग्न :
मेष राशि के स्वामी मंगल देव हैं।
 निवेश: जमीन, मकान, खेती , दवाइयों , वाहन विक्रय, खनिज, कोयला में निवेश करना चाहिए ।
  निवेश न करे  : केमिकल, चमड़े, लोहे से संबंधित कार्य में निवेश नहीं करना चाहिए।
उपाय : मंगलवार के दिन हनुमानजी को सरसो के तेल का दीपक लगाना चाहिए।
वृषभ :
इस राशि का स्वामी शुक्र है। 
निवेश :अनाज, कपड़ा, चांदी, शकर, चावल, सौन्दर्य सामग्री, इत्र, दूध , प्लास्टिक, खाद्य तेल, ऑटो पार्टस, वाहन , कपड़े ।
 निवेश न करे  :जमीन, खनिज, कोयला, रत्न, सोना, चांदी, स्टील, कोयला, शिक्षण संस्थान, चमड़ा, लकड़ी, वाहन, आधुनिक यंत्र, औषधियों, विदेशी दवाइयों । उपाय : पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रह के लिये  घी का दीपक लगाना चाहिए।
मिथुन
इस राशि का स्वामी बुध है। बुध व्यापार का  ग्रह है।
निवेश : सोने ,कागज, लकड़ी, पीतल, गेंहू, दालें, कपड़ा, स्टील, प्लास्टिक, तेल, सौन्दर्य सामग्री, सीमेंट, खनिज पदार्थ, पशु, पूजन सामग्री, वाद्य यंत्र आदि का व्यापार ।
  निवेश न करे  :चांदी, शकर, चावल, सुखे मेवे, कांसा, लोहा, इलेक्ट्रॉनिक्स, जमीन, सीमेंट, इत्र, केबल तार, वाहन, दवाइयों, पानी से संबंधीत पदार्थ ।उपाय :सफेद वस्त्रों का दान करें।
कर्क
कर्क राशि का स्वामी स्वयं चन्द्रमा है। निवेश  :चांदी, चावल, शकर एवं कपड़ा उत्पाद करने वाली कंपनियों के शेयर, प्लास्टिक, अनाज, लकड़ी, केबल, तार, फिल्मों, खाद्य सामग्रियों, आधुनिक उपकरण,  खिलोने, फायनेंस कंपनियों । निवेश न करे  :जमीन, प्लाट, मकान, दुकान, तेल, सोना, पीतल, वाहन, दूध से बने पदार्थ, पशु, रत्न, फर्टीलाइजर्स, सीमेंट, औषधियों एवं विदेशी दवाई कंपनियों। उपाय : श्रीगणेश को भोग लगाएं।
सिंह
इस राशि का स्वामी सूर्य चंद्रमा का मित्र है। 
निवेश  : सोना, गेंहू, कपड़ा, औषधियों, रत्नों, सौन्दर्य सामग्री, इत्र, सेंट, शेयर एवं जमीन जायदाद में निवेश से लाभ होता है। तकनीकी उपकरण, वाहन, सौदंर्य सामग्री, फिल्म्स, प्लास्टिक, केबल तार, इलेक्ट्रॉनिक्स, कागज, खाद्य पदार्थ, लकड़ी एवं उससे बने उपकरण, सेना में सप्लाई ।निवेश न करे  :निवेश लाभ-हानि बराबर होती है।
 उपाय:हनुमानजी को चमेली के तेल का दीपक लगाएं।
कन्या
इस राशि का स्वामी बुध है। 
 निवेश  : शिक्षण संस्थान, सोना, औषधियों, केमिकल, फर्टीलाइजर्स, चमड़े से बने सामान, खेती, खेती के उपकरणों ।निवेश न करे  :जमीन, चांदी, सीमेंट, ट्रांसपोर्ट, मशीनों का सामान, पशु एवं जल से जुड़े कार्यों । उपाय : श्रीगणेश को लड्डू का भोग लगाएं।
तुला
इस राशि का स्वामी शुक्र होता है।  निवेश  करे: लौहा, सीमेंट, स्टील, दवाइयों, केमिकल,चमड़े, फर्टीलाइजर्स, कपड़ा, तार, इस्पात, कोयला, रत्नों, प्लास्टिक, आधुनिक यंत्रों (कंप्यूटर, कैमरे, टेलीविजन आदि बनाने वाली कंपनी) तेल में निवेश । निवेश न करे :जमीन, मकान, खेती, खेती संबंधी उपकरण, वस्त्र, में निवेश करने से बचें।उपाय : सूर्य को दूध अर्पण करें।
वृश्चिक
इस राशि का स्वामी मंगल है। निवेश  करे: जमीन, मकान, दुकान, खेती, सीमेंट, रत्नों, खनिजों, खेती एवं मेडिकल के उपकरण, पूजन सामग्री, कागज, वस्त्र में निवेश से लाभ होता है।निवेश न करे: तेल, केमिकल एवं तरल पदार्थों ।उपाय : मंगलवार के दिन हनुमानजी को सरसो के तेल का दीपक लगाना चाहिए।
धनु
इस राशि के स्वामी गुरु ग्रह हैं।गुरु व्यापारियों को लाभ देने वाला ग्रह है।  निवेश: आभूषणों, रत्नों, सोना, अनाज, कपास, चांदी, शकर, चावल, औषधियों, सौंदर्य सामग्री, दूध से बने पदार्थ, पशुओं का व्यापार  । 
 निवेश न करे :तेल, केमिकल, खनिज, खदान, कोयला, खाद्य तेल, किराना व्यापार, केबल तार, शीशा, लकड़ी, जमीन, मकान, सीमेंट, लौहे के व्यापार ।उपाय : सरसों का तेल दान करें।
मकर
इस राशि का स्वामी शनि है।  निवेश  करे : लोहा, इस्पात, केबल, तेल सभी प्रकार के, खाद्य सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, यंत्र, खनिज पदार्थ, खेती उपकरण, वाहन, चिकित्सा के उपकरण, वस्त्र, इत्र, सेंट, स्टील, सौन्दर्य सामग्री, ग्लेमर वर्ल्ड, फिल्म्स, नाटकों । निवेश न करे :जमीन, मकान, सीमेंट, सोना, चांदी, रत्न, पीतल, अनाज, वस्त्र, । उपाय  :शनि का दान करे ।
कुंभ
इस राशि का स्वामी भी शनि  है : निवेश करे :  लोहा, इस्पात, केबल, तेल सभी प्रकार के खाद्य सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, यंत्र, खनिज पदार्थ, खेती उपकरण, वाहन, मेडिकल के उपकरण, वस्त्र, इत्र, सेंट, स्टील, सौन्दर्य सामग्री, ग्लेमर वल्र्ड, फिल्म्स, नाटकों आदि में निवेश । निवेश न करे :जमीन, मकान, सीमेंट, सोना, चांदी, रत्न, पीतल, अनाज, वस्त्र, ।
 उपाय  :शनि का उपाय करे । 
मीन
इस राशि का स्वामी गुरु है।  निवेश करे : आभूषणों, रत्नों, सोना, अनाज, कपास, चांदी, शकर, चावल, औषधियों, सौंदर्य सामग्री, दूध से बने पदार्थ, पशुओं का व्यापार करने एवं इन चीजों में निवेश । निवेश न करे :तेल, केमिकल, खनिज, खदान, कोयला, खाद्य तेल, किराना व्यापार, केबल तार, शीशा, लकड़ी, जमीन, मकान, सीमेंट, लौहे के व्यापार ।उपाय : दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
 शेयर बाजार में लाभ हेतु 
 लग्न से अष्टम भाव पर विचार: व्यक्ति को बीमा से लाभ होगा या नहीं, इसके लिए अष्टम भाव का विचार करेंगे। 
जातक को पैतृक संपत्ति मिलेगी या नहीं ।  ऐसी धन-संपत्ति, जिसको जातक बिना अधिक परिश्रम कीये प्राप्त करता है,
शेयर बाजार से कमाया गया धन भी कुछ इसी प्रकार का धन कहलाएगा।  अष्टमेश बली हो उसको अच्छे धन की प्राप्ति अधिक परिश्रम के बिना हो सकेती है । द्वादशेश, अष्टम स्थान में स्थित हो या षष्ठेश अष्टम भाव में स्थित हो तो विपरीत राजयोग का निर्माण हो जाता है, जिसकी कुंडली में द्वादशेश या षष्ठेश या दोनों अष्टम भाव में स्थित हो जाएं तो ऐसे व्यक्ति को शेयर बाजार में कभी भी निवेश नहीं करना चाहिए, हानि की संभावना ही अधिक रहेगी। इसके अतिरिक्त यदि षष्ठेश पंचम भाव में राहु के साथ स्थित हो तो ऐसे व्यक्ति को शेयर बाजार में अकस्मात् धन प्राप्ति की संभावना अधिक रहती है। अधिक लालच नहीं करना चाहिए।  जब राहु में षष्ठेश की दशा हो और राहु उच्च का होकर पंचम भाव में स्थित होगा तो अत्यधिक लाभ देगा। 
 कौन-सा शेयर खरीदें ? 
लग्नेश का संबंध जिन वस्तुओं से हो, जातक को उन वस्तुओं के व्यापार करने वाली कंपनियों के शेयर खरीदने चाहिए।
 जैसे किसी व्यक्ति का मकर या कुंभ लग्न है तो लग्नेश शनि होगा अर्थात् ऐसे व्यक्ति को शनि से संबंधित लोहे, पेट्रोल, केरोसीन, कोयला, खान से संबंधित उत्पादित वस्तुओं का कार्य करने वाली कंपनियों जैसे स्टील अथारिटी आॅफ इंडिया लिमिटेड, रिलायंस पेट्रो केमिकल्स तथा उत्खनन का कार्य करने वाली कंपनी के शेयरों से लाभ होने की संभावना अधिक होती है। योगकारक ग्रह से संबंधित वस्तु का व्यापार करने वाली कंपनी का शेयर खरीदना अधिक लाभप्रद होगा। जैसे मकर लग्न के लिए शुक्र योगकारक होगा तो ऐसे व्यक्ति को व्यक्ति को इलेक्ट्राॅनिक्स, सौंदर्य प्रसाधन उत्पादों की कंपनी, आभूषण, हीरे का व्यापार । यदि अष्टमेश लग्न में स्थित हो और उच्च, स्वराशि, मूल त्रिकोण या मित्र की राशि में हो तो ऐसे ग्रह से संबंधित वस्तु का व्यापार करनेवाली कंपनी का चुनाव भी शेयर खरीदने के लिए किया जा सकता है।
ग्रह से संबंधित होरा में कंपनी के शेयर को शुभ चैघड़िया का प्रयोग करते हुए हम खरीद कर अधिक लाभ कमा सकते हैं। विभिन्न ग्रहों से संबंधित वस्तुओं के नाम इस प्रकार हैं- सूर्य: ईंधन, बिजली, चमड़े की वस्तुएं, ऊन, सूखे अनाज, गेहँू, औषधि, सरकार से संबद्ध कार्य।
 चंद्र: कपड़ा, दूध, शहद, मिठाई, चावल, जौ, जल, समुद्र, तरल पदार्थ। मंगल: हथियार, भूमि, मकान, प्राॅपर्टी, अस्पताल, डाॅक्टर, तांबा, लाल मसूर, तम्बाकू, सरसों।
 बुध: पन्ना, तिलहन, मूंग, खाद्य तेल, मिश्र-धातुएं, कापी, पेन, पेपर, समाचार पत्र, पत्रिका, मोबाइल फोन, संचार माध्यम। गुरु: बैंक, फाइनेंस, सलाहकार, ज्योतिष सामग्री, धर्मग्रंथ, हल्दी, बेसन, केसर, चने की दाल, केला। 
शुक्र: काॅस्मेटिक पदार्थ, रेडीमेड गारमेंटस, रेस्टोरेंट, होटल, इत्र, सजावट की वस्तु, रेशम। 
शनि: लोहा, कोयला, पेट्रोल, बिजली, मशीन, यंत्र, सरिया, निर्माणकार्य, केरोसीन। 
किस समय शेयर खरीदें या बेचें?
 होरा मुहूर्त और चैघड़िया पर विचार करके शेयर को खरीदने और बेचने का समय निश्चित करके ही शेयर व्यापार करना चाहिए।
 उदाहरणार्थ, सोमवार के दिन आप ऐसी शेयर खरीदना चाहते हैं जो शनि से संबंधित अर्थात् स्टील, लोहे का व्यापार करने वाली कंपनी स्टील अथाॅरिटी आॅफ इंडिया का है तो उचित समय निर्धारण के लिए शनि की होरा और शुभ चैघड़िया का विचार करें।
दिन की चैघड़िया  
अमृत, चर, लाभ और शुभ। 
इन चैघड़िया में ही शेयर से संबंधित किया गया व्यापार लाभकारी होगा। 
उद्वेग, काल और रोग जैसी चैघड़िया अशुभ चैघड़िया हैं। इनमें खरीदे गए शेयर लाभकारी नहीं होंगे। 
 तो कब करना चाहिए निवेश
 कुण्‍डली में ग्‍यारहवां घर होता है आय का और बारहवां घर होता है व्‍यय का। 
सट्टे में पांचवां भाव प्रमुख रूप से देखा जाता है। इसके अलावा ग्‍यारहवां भाव।  बारहवां भाव ऑपरेट होने पर निवेश करने की सलाह दी।   ग्‍यारहवां भाव ऑपरेट हो रहा था उन दिनों में उन्‍हें पैसे निकालेने की सलाह दी गई। 
     कुंडली के ग्यारहवें घर के बलवान होने पर ,अधिक शुभ ग्रहों का प्रभाव होने लाभ प्राप्ति ।  ग्यारहवें घर के बलहीन होने पर ,एक से अधिक अशुभ ग्रहों का प्रभाव होने पर , लाभ नहीं उठा पाता।